Sridevi Naagin Role : जानिए कैसे नगीना मूवी में श्रीदेवी को मिला था नागिन का रोल, सांप के डर से इस एक्ट्रेस ने काम करने से कर दिया था इनकार
28 फरवरी 2018 को दुबई में शादी में शामिल होने के दौरान श्री देवी का अचानक निधन हो गया। इस खबर ने सभी को हैरान कर दिया और देश को झकझोर कर रख दिया.
दिवंगत अभिनेत्री श्रीदेवी ने फिल्मों में अपनी एक्टिंग से सभी को अपना बना लिया था और उन्होंने सभी को अपनी खूबसूरती से काफी इंप्रेस भी किया। ऐक्ट्रेस अपनी फिल्म नगीना के बाद बॉलीवुड का एक पॉप्युलर चेहरा बन गई थी लेकिन क्या आप जानते हैं इस फिल्म के लिए पहली पसंद श्रीदेवी नहीं थी?
श्रीदेवी से पहले नगीना एक और एक्ट्रेस को ऑफर की गई थी जो 1980 और 1990 के दशक की सबसे ज्यादा फीस लेने वाली एक्ट्रेस में से एक थी. हम जिस एक्ट्रेस के बारे में बता रहे हैं उन्होंने छोटी सी उम्र से ही बॉलीवुड में अपने कदम जमा लिए थे और फिल्मों में काम करना शुरू कर दिया था और बाद में वह काफी पॉपुलर स्टार बन गई यह कोई और नहीं बल्कि जयाप्रदा थी।
बताया जाता है की फिल्म मेकर हरमेश मल्होत्रा ने जयाप्रदा को इच्छाधारी नागिन रजनी का रोल करने के लिए ऑफर दिया था लेकिन जयाप्रदा सांपों के साथ शूटिंग करने से काफी डरती थी और उन्होंने इसलिए इस रोल को भी मना कर दिया था।इसके बाद फिल्म मेकर ने यह रोल श्रीदेवी को दिया जिन्होंने इस रोल को करने के लिए हां कर दिया और फिर स्क्रीन पर अपना जादू चला दिया.
नगीना 1986 में रिलीज हुई एक रोमांटिक थ्रिलर मूवी थी जिसमें श्रीदेवी, अमरीश पुरी और ऋषि कपूर समेत कई दूसरे एक्टर्स भी अहम भूमिका में दिखाई दिए थे। यह फिल्म राजीव और रजनी की कहानी के इर्द-गिर्द घूमते हुए दिखाई देती है जो अपने आलीशान घर में एक खुशहाल शादीशुदा जिंदगी जीते हैं. हालांकि यह चीजे तब बदल जाती हैं जब भैरवनाथ ने रजनी की सास को यह बताया कि वह एक इच्छाधारी नागिन है।फिल्म ने बिजनेस भी अच्छा किया और सभी ने इस फिल्म की जमकर तारीफ भी की .
आपको बता दे की 28 फरवरी 2018 में दुबई में शादी में शामिल होने के दौरान श्रीदेवी का निधन हो गया था और इस खबर ने सभी को हैरान कर दिया था। कपूर परिवार के साथ दुनिया भर में कई ऐसे फैस थे जो इस बात पर यकीन भी नहीं कर पा रहे थे और श्रीदेवी के फैंस ने काफी समय तक उनकी मौत का शोक भी मनाया।
श्रीदेवी की मौत के बारे में बात करते हुए उनके पति बोनी कपूर ने कहा, “यह नैचुरल मौत नहीं थी. यह एक सडन डेथ थी. मैंने इसके बारे में ना बोलने का फैसला किया था क्योंकि जब मुझसे जांच और पूछताछ की जा रही थी तो मैंने लगभग 24 या 48 घंटों तक इसके बारे में बात की थी. दरअसल अधिकारियों ने कहा कि हमें ऐसा इसलिए करना पड़ा क्योंकि भारतीय मीडिया का बहुत दबाव था और उन्हें पता चला कि इसमें कोई बेईमानी नहीं थी. मैं सभी टेस्ट से गुजरा, जिसमें लाई डिटेक्टर टेस्ट और दूसरी सभी चीजें शामिल थीं. फिर जो रिपोर्ट आईं उसमें साफ था से कहा गया कि यह सडन था.