भारत में जनवरी-फरवरी तक पीक पर होगी कोविड की तीसरी लहर, IIT प्रोफेसर का दावा
आईआईटी कानपुर के प्रोफेसर मनिंदर अग्रवाल ने कॉरॉना के पहले और दूसरी लहर की भी स्टडी कर हालात के बारे में बताया था । उस वक़्त भी उनकी स्टडीज काफी हद तक सही साबित हुई। इस बार उन्होंने तीसरी लहर को लेकर भी कुछ गणना की है । उनकी गणना के मुताबिक कोरोना का नया रूप नए साल में सामने आ जाएगा। जनवरी के आखरी सप्ताह और फरवरी के शुरुआत में यह वैरिएंट पीक पर रहेगा । बता दें मनिंदर अग्रवाल आईआईटी कानपुर में कंप्यूटर और इंजीनियरिंग विभाग के प्रोफेसर हैं।

उनके मुताबिक मनिंदर अग्रवाल ने दावा किया है कि omicron के तेजी से फैलने के लक्षण तो हैं , पर ये घातक नहीं है। साउथ अफ्रीका से लेकर पूरी दुनिया में जहां भी ये वायरस फैला है , इसके लक्षण घातक साबित नहीं हुए हैं , हालंकि ये बहुत तेजी से फैलता जरूर है ।
आपको बता दें अभी तक यह वेरिएंट 30 देशों तक फ़ैल चुका है । भारत के कर्नाटक , गुजरात और महाराष्ट्र में भी इसके 4 केस दर्ज किए जा चुके हैं । और उन सभी को अभी अच्छा इलाज दिया जा रहा है ।
डेल्टा वेरिएंट जैसा नहीं है यह वेरिएंट
प्रोफेसर मनिंदर अग्रवाल के रिसर्च के मुताबिक इस वेरिएंट का असर दूसरी लहर की डेल्टा वेरिएंट जैसा नहीं होगा । क्यूंकि भारत के 80 फीसदी लोगों में नेचुरल इम्यूनिटी डेवलप हो चुकी है । ऐसे में तीसरी लहर अगर आती भी है तो घातक नहीं होगी।