‘अल्लाह हू अकबर’ के नारे लगाने वाली लड़की को सलमान-आमिर ने दिए 3 करोड़ रुपये ? सच सामने आया’
कर्नाटक के हिजाब विवाद का मुद्दा पूरे देश में छाया हुआ है. हाल ही में एक वीडियो वायरल हुआ था जिसमें हिजाब पहने एक लड़की ‘अल्लाह हू अकबर’ के नारे लगा रही थी। अब सोशल मीडिया पर दावा किया जा रहा है कि सलमान खान और आमिर खान ने उस लड़की को इनाम के तौर पर करोड़ों रुपये दिए हैं.

नई दिल्ली: इन दिनों कर्नाटक हिजाब विवाद पूरे देश में चर्चा का विषय बना हुआ है. हाल ही में मुस्कान खान नाम की लड़की का एक वीडियो वायरल हुआ था जिसमें वह हिजाब पहने और ‘अल्लाह हू अकबर’ के नारे लगा रही थी। इस वीडियो के वायरल होने के बाद कई लोगों ने मुस्कान की तारीफ की तो कई लोगों ने इसकी कड़ी निंदा की है.
Farq itna hay k muskan ko salman khan nay 3 coror diyee hay or in ko itni hi galiyan pari hain
— Xahid (@xahidpk) February 11, 2022
सोशल मीडिया पर किया गया यह दावा
इस बीच सोशल मीडिया पर कुछ पोस्ट में दावा किया गया कि सलमान खान और आमिर खान ने मुस्कान खान को इनाम के तौर पर करोड़ों रुपये दिए हैं। वहीं तुर्की सरकार ने भी मुस्कान को इनाम देने की बात कही है. इन पोस्ट्स में कहा जा रहा है कि सलमान और आमिर खान ने मिलकर मुस्कान खान को 3 करोड़ रुपये दिए हैं जबकि तुर्की सरकार उन्हें 2 करोड़ रुपये देगी.
Massa Allah
— Nizam Khan (@NizamKh91085060) February 11, 2022
Salman Khan Giving Three Crore Rupees To Brave Hijab Girl #Muskan https://t.co/Sjdcck1WhG via @YouTube
क्या है पूरा मामला?
कुछ दिनों पहले कर्नाटक के एक कॉलेज में हिजाब पहनने की वजह से छात्रों को क्लास में नहीं आने दिया गया, जिसके बाद मामला थोड़ा बढ़ गया। इसके बाद एक वीडियो वायरल हुआ जिसमें मुस्कान नाम की एक लड़की हिजाब पहने नजर आ रही है और उसके पीछे लड़कों का झुंड है जो जय श्री राम के नारे लगाने लगते हैं. साथ ही मुस्कान भी खामोश नहीं रहती। वह अल्लाह हू अकबर के नारे लगाकर लड़के की टोली को करारा जवाब भी देती है।
Salman Khan Giving Three Crore Rupees To Brave Hijab Girl #Muskan https://t.co/h1J5nrG7B7
— Kashmir Today (@KashmirToday085) February 10, 2022
‘ये कैसी मर्दानगी’
आपको बता दें कि हाल ही में जावेद अख्तर ने ट्विटर पर एक पोस्ट शेयर करते हुए इस घटना की कड़ी निंदा की थी. उन्होंने लिखा, मैं कभी भी हिजाब या बुर्का के पक्ष में नहीं रहा। मैं अभी भी अपने रुख पर कायम हूं लेकिन उस भीड़ की निंदा करता हूं जिसने लड़कियों के एक छोटे समूह को धमकाने की कोशिश की जो असफल साबित हुई। क्या यही उसका मर्दानगी दिखाने का तरीका है? बड़े खेद का विषय है।