Pandya Store 26th May 2023 Episode : आरुषि की मां पांड्या से छिपती हैं , आरुषि की मां उसके कमरे में जाती है और चिंता करती है।
एपिसोड की शुरुआत रावी ने धारा को बुलाकर पूछी कि क्या आप जानते हैं कि शिव सबको कहां ले जा रहा है। धारा कहती है मुझे पता है। रावी पूछता है कि आप उसे ऐसा कैसे करने दे सकते हैं। धारा का कहना है कि वह खुद को जलाने की धमकी दे रहा था, सुमन डर गई और आरुषि की मां से मिलने गई, उसने मुझे नहीं आने के लिए कहा। रावी का तर्क है। धारा ने कॉल समाप्त की। ऋषिता कहती है कि आरुषि सिर्फ शिव को बेवकूफ बना रही है। रावी कहती है कि वह मुझे बेवकूफ बना रही है, हम वहां जाएंगे और शिव को याद दिलाएंगे कि मिट्ठू उसका बेटा है। आरुषि पांड्या का स्वागत करती है।
ऋषिता और रावी ऑटो चालक से उनका इंतजार करने के लिए कहते हैं। वे उसे 500 रुपये देते हैं। बच्चे भ्रमित हो जाते हैं। आरुषि अपनी मां को ढूंढती है। शिव और सभी बैठ जाते हैं। आरुषि की मां उसके कमरे में जाती है और चिंता करती है। शिव ने अपने भाइयों का परिचय दिया। आरुषि कहती हैं कि मुझे आप सभी से मिलकर खुशी हुई। शिव कहते हैं कि मैं उनसे ऐ से मिला और आप मेरी मां और भाइयों से मिले, मैं अंगूठी का आदान-प्रदान करने के लिए तैयार हूं। देव ने गौतम से शिव को रोकने के लिए कहा। सुमन पूछती है कि क्या हम अब चले जाएं। शिव ने आरुषि को सुमन के पैर छूने का इशारा किया।
रावी ड्राइवर से उनका इंतजार करने के लिए कहता है। वह ऋषिता को जाने के लिए कहती है। सुमन कहती है हम आपसे बाद में बात करेंगे, अपनी मम्मी को बुलाओ। शिव कहते हैं मुझसे बात करो। गौतम कहते हैं कि मैं आने वाले तूफान को देख सकता हूं, मुझे डर लग रहा है।
ऋषिता बच्चों के साथ वहां आती है। सुमन चिंता करती है। ऋषिता पूछती है कि तुमने मुझे फोन क्यों नहीं किया। शिव पूछते हैं क्यों, तुम कौन हो? ऋषिता कहती है तुम्हारी भाभी। वह देव से पूछता है कि वह क्या कह रही है। ऋषिता कहती है कि तुम बच्चों को छोड़कर यहाँ आ गए, उन्हें बहुत बुरा लगा। वह मिट्ठू को अपने पिता के पास जाकर बैठने के लिए कहती है।
प्रेरणा कृष को गले लगाती है और रोती है। वह क्षमा चाहती है। वह कहते हैं कि यह मेरी गलती थी, हमने श्वेता का ब्लड सैंपल चुरा लिया है। वह कहती है कि आई लव यू कृष और खुश हो जाती है। वह कहती है मुझे तुमसे बात करनी है। श्वेता नाच रही है। धारा अपना ब्लड सैंपल लेने जाती है। वह श्वेता के हाथ पर कट लगाती है और रक्त का नमूना लेती है। कृष पूछता है कि इतना छोटा क्या है। प्रेरणा उसे अपनी प्रेग्नेंसी और मेडिकल टेस्ट के बारे में बताती है। कृष उसे गले लगाता है और मुस्कुराता है। शिवांक रास्ते में है। वह घर आता है और उन्हें देखकर चौंक जाता है। कृष पूछता है कि आप गर्भवती हैं या नहीं। प्रेरणा कहती है मुझे नहीं पता।
वह कहते हैं कि शिवांक ने आपके रक्त का नमूना लिया, और शायद उसने श्वेता के रक्त के नमूने के साथ इसका आदान-प्रदान किया है, वह श्वेता के साथ है, मैं आपके रक्त से मेल खाता हुआ नमूना लूंगा, अगर हम गर्भवती हैं, तो हमें एकजुट होने से कोई नहीं रोक सकता। प्रेरणा कहती है कि हमें धरा से यह कहना चाहिए, आओ। कृष कहते हैं कि हम शादी से पहले माता-पिता बन गए, मैं धारा को यह कैसे बताउंगा। धारा नीचे आती है और कहती है कि यह लो, श्वेता का ब्लड सैंपल। शिवांक चौंक जाता है। श्वेता अपनी उंगली से खून बहता देखती है और चिंतित हो जाती है। वह किसी को डॉक्टर को बुलाने के लिए कहती है। कृष कहते हैं कि श्वेता का खेल अब खत्म हो गया है।