‘मुझे दूसरा जन्म ना ही मिले तो अच्छा है, मैं फिर लता मंगेशकर नहीं बनना चाहती’
भारतीय सिनेमा की दिग्गज गायिका लता मंगेशकर ने अपना पूरा जीवन बॉलीवुड जगत को दे दिया। तमाम उतार-चढ़ाव के बावजूद भारत रत्न से सम्मानित लता मंगेशकर ने वो मुकाम हासिल कर लिया, जहां पहुंचने का लोग सपने में भी नहीं सोच सकते थे.
लता दीदी ने अपनी आवाज से सालों तक इंडस्ट्री पर राज किया, इसी आवाज की बदौलत लता मंगेशकर ने देश ही नहीं बल्कि दुनिया में अपनी पहचान बनाई। उस समय से लेकर आज तक शायद ही बहुत से लोग होंगे जो लता मंगेशकर की आवाज के दीवाने नहीं होंगे और उनकी तरह सुरीली नहीं बनना चाहते होंगे. लता मंगेशकर लाखों-करोड़ों लोगों की प्रेरणा हैं, लेकिन दिलचस्प बात यह है कि इस प्रसिद्धि के बावजूद, लता दीदी नहीं चाहती थीं कि वह अगले जन्म में लता मंगेशकर बनें।

लता मंगेशकर का ये दिलचस्प किस्सा आप जरूर सुनें
एक साक्षात्कार के दौरान खुद लता मंगेशकर ने कहा था कि वह अगले जन्म में लता मंगेशकर नहीं बनना चाहतीं। लता दीदी के निधन के बाद उनके इंटरव्यू की यह क्लिप सोशल मीडिया पर काफी वायरल हो रही है, जिसमें गायिका कह रही हैं, ”मुझसे पहले किसी ने पूछा था, तो फिर भी मेरे पास एक ही जवाब है कि अच्छा होगा अगर मुझे दूसरा जन्म नहीं मिले।” अगर मेरा दूसरा जन्म हुआ भी तो, मैं लता मंगेशकर नहीं बनना चाहती। क्योंकि लता मंगेशकर के जीवन की मुसीबतें वही जानती हैं।
आपको बता दें कि लता मंगेशकर 8 जनवरी को कोरोना वायरस से संक्रमित हो गई थीं। इसके बाद उन्हें अस्पताल में भर्ती कराया गया। जहां कई दिनों के इलाज के बाद उनकी तबीयत में सुधार हुआ। लेकिन शनिवार को फिर से तबीयत खराब होने के कारण वे वेंटिलेटर पर चली गईं। जिसके बाद आज लता दीदी ने दुनिया को हमेशा के लिए अलविदा कह दिया।