Social Media पर नफरत फैलायी तो अच्छा नहीं होगा, Modi सरकार 1 ऐसा कानून, जानिए कौन से मामले कानून में शामिल होंगे ?
देश में अभद्र भाषा के बढ़ते मामलों को देखते हुए केंद्र सरकार अब सख्त नजर आ रही है. सोशल मीडिया पर लगातार घृणित सामग्री पोस्ट करने वाले लोगों को भी इस खबर को ध्यान से पढ़ना चाहिए। केंद्र सरकार जल्द ही हेट स्पीच पर सख्त कानून लाने जा रही है. इसके लिए सरकार ने तैयारी भी कर ली है। इस अधिनियम के तहत अप्रिय भाषण की परिभाषा निर्धारित की जाएगी। कानून का मसौदा तैयार किया जा रहा है। अब अभद्र भाषा के लिए मानदंड निर्धारित किए जाएंगे।

इस कानून में न केवल हिंसा फैलाने वाली सामग्री बल्कि झूठ फैलाने वाले और आक्रामक विचार रखने वाले लोग भी इस कानून के दायरे में आएंगे। केंद्र सरकार लंबे समय से इस मामले पर विचार कर रही है लेकिन अब बिना ज्यादा समय लिए इसका मसौदा तैयार किया जा रहा है और इस कानून पर संसद में मानसून सत्र में बहस हो सकती है।
हाल ही में ट्वीट :-
In a short while from now will be addressing a public meeting in Hyderabad. Telangana is witnessing a surge in support for BJP. Our development works have benefited people across all sections of society especially farmers, youngsters, women and the marginalised communities.
— Narendra Modi (@narendramodi) July 3, 2022
केंद्र सरकार अभद्र भाषा विरोधी कानून बनाने की तैयारी कर रही है। इससे अभद्र भाषा की परिभाषा तय होगी। केंद्र सरकार ने सोशल मीडिया पर अभद्र भाषा पर अंकुश लगाने के लिए अभद्र भाषा विरोधी कानून बनाने की तैयारी शुरू कर दी है। अभद्र भाषा, अन्य देशों के कानूनों और अभिव्यक्ति की स्वतंत्रता के सभी पहलुओं पर सुप्रीम कोर्ट के निर्देशों को ध्यान में रखते हुए कानून का मसौदा तैयार किया जा रहा है। इसे जल्द ही रिलीज किया जाएगा।
विधि आयोग ने हेट स्पीच पर अपने परामर्श पत्र में यह स्पष्ट किया है कि केवल हिंसा फैलाने वाले भाषण के लिए यह आवश्यक नहीं है कि इसे अभद्र भाषा माना जाए। इंटरनेट पर पहचान छुपाकर झूठ और गाली-गलौज के विचार आसानी से फैलाए जाते हैं। ऐसी भेदभावपूर्ण और जातिवादी भाषा को भी अभद्र भाषा के दायरे में शामिल किया जाना चाहिए। इससे सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म्स के खिलाफ कार्रवाई का मार्ग प्रशस्त होगा। हेट स्पीच की परिभाषा स्पष्ट होने के बाद सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म के यूजर्स द्वारा फेक न्यूज फैलाई जाती है या आप इससे छुटकारा नहीं पा सकेंगे। अप्रिय भाषण, गलत सूचना सोशल प्लेटफॉर्म के जरिए फैलाई जाती है। सख्त कानून से अब इनके खिलाफ कानूनी कार्रवाई का रास्ता साफ होगा।