पंजाब में चुनावों को देखते हुए ‘ISI’ ने रची साजिश, भारत ने बनाया निपटने का ‘प्लान’…
पंजाब में होने वाले विधान सभा चुनावों (Punjab Assembly Election 2022) को देखते हुए पाकिस्तान की खुफिया एजेंसी ‘ISI’ लगातार आतंकी साजिश बुन रही है। मिली ख़बरों के मुताबिक पंजाब (Punjab) कि शांति भंग करने के लिए पाकिस्तान की खुफिया एजेंसी ‘ISI’ खालिस्तानी बब्बर खालसा (Khalistani Babbar Khalsa) नाम के संगठन की मदद ले रही है।मालूम हो कि पिछले कुछ महीनों से ISI, खालिस्तानी समर्थकों की मदद से पंजाब के युवाओं को आतंकी गुटों में शामिल करने के साजिश रच रही है। मामला यही नहीं है बल्कि इसके साथ ही, ड्रोन के जरिये भी पंजाब में हथियारों की सप्लाई की जा रही है।
पाकिस्तान समेत दुनिया के दूसरे देशों में मौजूद खालिस्तानी गुटों को भी इस काम के लिए एक्टिव किया जा रहा है। खुफिया एजेंसियों ने खालिस्तानी गुटों के सोशल मीडिया पर भी कई सीक्रेट मैसेज Intercept किये हैं जिनमें पंजाब विधान सभा चुनावों के डिस्टर्ब करने के साथ वहां पर अशांति फैलाने की साजिश रचने का खुलासा हुआ है। मालूम हो कि इस काम के लिए ISI पंजाब की जेलों में बंद अपराधियों का भी इस्तेमाल करने की फिराक में पड़ी हुई है। वही योजना के अनुसार पंजाब की सीमा के अंदर नशे की खेप भी पहुंचाई जा रही है।

मालूम हो कि 4 दिन में BSF द्वारा सीज किए गए दो बड़े कंसाइनमेंट पाकिस्तान की इसी साजिश की ओर तगड़ा इशारा कर रहे हैं।दरसअल ठंड के मौसम में कोहरा होने के कारण पाकिस्तानी एजेंसी ISI अपनी नापाक साजिश का ताना बाना बुनने में लगी हुई है। वहीं दूसरी तरफ खुफिया एजेंसी को मिली जानकारी के अनुसार पंजाब की अलग-अलग जेल में बंद खूंखार कैदी वहां पर बंद दूसरे सामान्य कैदियों को भड़काने की कोशिश में भी लगे हुए हैं। साथ ही, ये भी खुलसा हुआ है कि ISI उत्तर प्रदेश में RSS से जुड़े नेताओं पर हमला करवाने की भी तैयारी में जुटा हुआ है।

ख़बरों के मुताबिक हाल ही में ISI ने पंजाब के कुछ अपराधियों से संपर्क साधा है जिन्हें उत्तर प्रदेश जाकर हथियारों की डिलीवरी करने के निर्देश दिए हैं, ताकि उन हथियारों से संघ से जुड़े नेताओं पर हमला कराया जा सके। जानकारी के मुताबिक पंजाब और कश्मीर में आतंकी हमलों और आतंकवाद को बढ़ावा देने के लिए पाकिस्तान प्लान K-2 ऑपरेट कर रहा है।
जानकारों कि माने तो संघ से जुड़े नेताओं पर हमले करने का प्रमुख कारण यह है कि इससे उत्तर प्रदेश में सांप्रदायिक माहौल खराब कर दंगे कराए जा सके। मालूम हो कि उत्तर प्रदेश और पंजाब जैसे राज्यो में आगामी विधानसभा चुनाव के चलते अलग-अलग दलों के नेता बड़ी बड़ी जनसभाए कर रहे हैं जिसमें काफी भीड़ जमा हो रही है ऐसे वक्त में सुरक्षा एजेंसियों के लिए इन नेताओं को फुलप्रूफ सुरक्षा मुहैय्या कराने की बड़ी जिम्मेदारी है।