महिला आईपीएस अधिकारी को छत्तीसगढ़ की कमान, बॉलीवुड एक्ट्रेस ने बताया असली हिरोइन…
2018 बैच की महिला आईपीएस अधिकारी अंकिता शर्मा को छत्तीसगढ़ की पहली महिला आईपीएस अधिकारी होने का गौरव प्राप्त हुआ है। इसके साथ ही, आईपीएस अधिकारी अंकिता शर्मा को छत्तीसगढ़ में नक्सल ऑपरेशन की कमान संभाने की जिम्मेदारी भी मिली है। जिसे देख कर बॉलीवुड की मस्त-मस्त गर्ल यानि की अभिनेत्री रवीना टंडन ने अंकिता को असली हिरोइन बता दिया है। मालूम हो की 2018 बैच आईपीएस अंकिता को छत्तीसगढ़ प्रदेश सरकार ने नक्सलियों से मोर्चा लेने के लिए बस्तर में तैनाती दे दी है।
इसी पर अभिनेत्री रवीना टंडन ने शिवानी वशिष्ठ नाम के यूजर के ट्वीट पर कमेंट करते हुए लिखा कि “True Blue Blooded Heroines .. #proudindianwomen”. दरसअल ट्विटर यूजर शिवानी वशिष्ठ ने अपने ट्वीट में लिखा है, “बस्तर में पहली बार नक्सल ऑपरेशन की कमान महिला IPS के हाथों में @ankidurg मैम। अंकिता मैम वो शख्स हैं,

जो खुद अफसर बनने के बाद युवाओं को भी आगे बढ़ाने में कोई कसर नहीं छोड़ती हैं। छोटे बच्चों से भी बहुत प्यार करती है मैम।”
बस फिर क्या शिवानी के द्वारा किये गए इस ट्वीट पर कमेटंस की बाद सी आ गई, कई लोगों ने कमेंट किया – एक यूजर मीर शर्मा/कौशिक @MeerSharma8 ने लिखा, “लेडी सिंघम।।” वही खुद अभिनेत्री रवीना टंडन भी खुद को कमेंट करने से रोक नहीं पाई, अभिनेत्री के ही कमेंट पर खुद आईपीएस अंकिता शर्मा @ankidurg ने आभार प्रकट किया और लिखा, “Thank you so much Ma’am”
बस्तर में पहली बार नक्सल ऑपरेशन की कमान महिला IPS के हाथों में @ankidurg मैम ❤️।
— shivani vashistha (@Shivani_Mzn) December 27, 2021
अंकिता मैम वो शख्स हैं, जो खुद अफसर बनने के बाद युवाओं को भी आगे बढ़ाने में कोई कसर नहीं छोड़ती हैं। छोटे बच्चों से भी बहुत प्यार करती है मैम।#IPS #ankitasharmaips#buster #upsc pic.twitter.com/z3yJqZAKID
मालूम हो की अंकिता शर्मा एक बेहद जुझारू महिला हैं। वे अपनी कड़ी मेहनत के लिए जानी जाती हैं। प्रदेश की पहली महिला आईपीएस बनने के लिए उन्हें काफी परेशानियों का भी सामना करना पड़ा। इसी वजह से अंकिता दूसरे युवा प्रतियोगियों को परेशानीसे बचाने के लिए खुद ऑनलाइन मार्गदर्शन देना शुरू किया है। इस लिए भी अंकिता काफी लोकप्रिय है।जानकारी हो की अब तक अंकिता ने एक सौ से ज्यादा युवाओं को यूपीएसपी परीक्षा की तैयारी करने में मदद की हैं। अंकिता हफ्ते में एक दिन अपनी बिजी शेड्यूल में से वक्त निकालकर दिन में 11 से एक बजे के बीच छात्रों से मुलाकात करती हैं और उनकी समस्याओं का समाधान भी करती हैं।