38 & 67: दो बड़े फाइनल्स में शीर्ष स्कोरर रहे
वेस्टइंडीज के खिलाफ लॉर्ड्स में 1983 के विश्व कप फाइनल में क्रिस श्रीकांत सबसे ज्यादा रन बनाने वाले खिलाड़ी थे. पारी की शुरुआत करते हुए उन्होंने 57 गेंदों में 7 चौकों और एक छक्के की बदौलत 38 रनों की पारी खेली. जबकि उनके सामने वेस्टइंडीज के घातक गेंदबाज माइकल होल्डिंग, एंडी रॉबर्ट्स, जोएल गार्नर और मैलकम मार्शल थे. इसके अलावा 1985 में मेलबर्न के मैदान में पाकिस्तान के खिलाफ बेंसन एंड हेजेस वर्ल्ड चैंपियनशिप ऑफ क्रिकेट के फाइनल में 67 रनों की पारी खेली. इसमें छह चौके और दो छक्के शामिल थे. उनकी पारी की बदौलत भारत के इस मैच को आठ विकेट से जीता था.
श्रीलंका के खिलाफ 143.93 की स्ट्राइक रेट से बनाए रनसितंबर 1982 में श्रीलंका के खिलाफ दिल्ली में हुए मैच में श्रीकांत ने सिर्फ 66 गेंदों में 95 रनों की धमाकेदार पारी खेली. उन्होंने इस पारी में 13 चौके और एक छक्का लगाया था. उनकी पारी की बदौलत भारत ने सिर्फ 41वें ओवर में 278 रनों के लक्ष्य का पीछा किया था. यह पारी उस समय वनडे क्रिकेट इतिहास में स्ट्राइक रेट के लिहाज से चौथी सबसे तेज पारी थी.
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वनडे मैचों में 71.74 का स्ट्राइक रेट
श्रीकांत अपने समय में वनडे क्रिकेट में सबसे ज्यादा स्ट्राइक रेट रखने वाले खिलाड़ी रहे. नवंबर 1981 से मार्च 1992 के दौरान टीम इंडिया के टॉप आर्डर के शीर्ष पांच बल्लेबाजों में उनका स्ट्राइक रेट सबसे ज्यादा रहा. श्रीकांत का स्ट्राइक रेट नवजोत सिंह सिद्धू, दिलीप वेंगसरकर, मोहम्मद अजहरुद्दीन, सुनील गावस्कर, मोहिंदर अमरनाथ और रवि शास्त्री से ज्यादा था.
ऑस्ट्रेलियाई धरती पर बनाए 291 रन
1985-86 में ऑस्ट्रेलियाई दौरे पर तीन टेस्ट मैचों की सीरीज में श्रीकांत ने 72.75 की औसत से 291 रन बनाए थे. इस सीरीज में उन्होंने एक शतक और दो अर्धशतकों जड़ा. उन्होंने अविश्वसनीय रुप से 83.86 की स्ट्राइक रेट से ये रन बनाए थे. उनके दमदार प्रदर्शन की बदौलत ऑस्ट्रेलियाई धरती पर भारत टेस्ट सीरीज 0-0 से ड्रॉ कराने में सफल रहा था.
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सिडनी टेस्ट में 99.14 की स्ट्राइक रेट से जड़ा शतक
श्रीकांत ने अपने टेस्ट करियर में सिर्फ दो शतक लगाए हैं लेकिन दोनों ही बार उन्होंने विस्फोटक पारी खेली है. उन्होंने 1986 में सिडनी टेस्ट में ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ सिर्फ 117 गेंदों में 19 चौके और एक छक्के बदौलत 116 रन बनाए थे. उनका स्ट्राइक रेट 99.14 का रहा. वहीं श्रीकांत ने दूसरा टेस्ट शतक 1987 में पाकिस्तान के खिलाफ चेन्नई में बनाया. उन्होंने अपनी पारी में 149 गेंदों का सामना करते हुए 82.55 के स्ट्राइक रेट से 123 रन बनाए. भारत यह दोनों मैच ड्रॉ करवाने में सफल रहा.
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