सौरमंडल के दो सबसे बड़े ग्रह बृहस्पति और शनि 367 सालों बाद सोमवार को एक दूसरे के इतना करीब आए हैं. पिछली बार ऐसा संयोग 1623 में बना था. बता दें कि 17वीं शताब्दी का समय गैलिलियो की सदी है. इस दुर्लभ नजारे को लेकर इंटरनेट पर भी खलबली मची है और लोग इस बारे में लगातार ट्वीट कर अपनी दिलचस्पी का प्रदर्शन कर रहे हैं. बता दें कि 21 दिसंबर का दिन साल का सबसे छोटा दिन होता है.
नासा ने इस बारे में ट्वीट करते हुए कहा, “अंतरिक्ष पर नजर रखने वालों, ये मौका जिंदगी में सिर्फ एक बार मिलेगा. बृहस्पति और शनि का ग्रहीय नृत्य 21 दिसंबर को एक दुर्लभ मिलन के रूप में नजर आएगा. सूर्यास्त के ठीक बाद.” नासा ने इस ट्वीट में अपने ब्लॉग पोस्ट का लिंक भी शेयर किया है, जिसमें दोनों ग्रहों के मिलन को लेकर कई सारी दिलचस्प जानकारियां शेयर की गई हैं.
https://twitter.com/NASA/status/1340750321879015425?ref_src=twsrc%5Etfwनासा ने कहा, “इस दुर्लभ नजारे को देखने के लिए सूर्यास्त के बाद फील्ड या पार्क सही रहेगा. बृहस्पति आकाश में क्षितिज की ओर चमकता हुआ दिखेगा और इसे आसानी से पहचाना जा सकता है. शनि की चमक थोड़ी हल्की होगी और 21 दिसंबर तक ये बृहस्पति के थोड़ा ऊपर दिखेगा.” जिन लोगों को इस घटना के बारे में पहले से पता था, उन लोगों ने अपने कैमरे से इस नजारे को कैद किया है.
एस्ट्रोनॉमर पैट्रिक हार्टिगन ने कहा कि बृहस्पति और शनि का ऐसा मिलन हर बीस साल पर होता है, लेकिन दोनों ग्रह जिस कोण पर अपनी कक्षा में गति कर रहे हैं, उसके चलते बेहद करीब नजर आ रहे हैं और यही चीज इसे दुर्लभ बनाती है.
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